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आँखे केवल ताकाझांकी नहीं करतीं वे अनकही को सुनती भी हैं .
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मार्च, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
जुबान की फिसलन का मैकेनिज्म और क्षमा याचना का अनुष्ठान
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आँखे केवल ताकाझांकी नहीं करतीं वे अनकही को सुनती भी हैं .